शुरू हुआ सेलिब्रेशन, एक साथ हजारों लोग बोले ‘मैरी क्रिसमस

शुरू हुआ सेलिब्रेशन, एक साथ हजारों लोग बोले 'मैरी क्रिसमस


देर शाम से ही शहर के चर्चों में मसीही विश्वासियों की भीड़ बढ़ती जा रही थी। किसी के हाथ में गुलदस्ता तो किसी के हाथ में गुलाब के फूल तो कोई मोमबत्ती के साथ चर्च में प्रवेश कर रहा था। बच्चे, बूढ़े, बुजुर्ग, नौजवान, महिला, पुरुष हर किसी के चेहरे पर उल्लास था और प्रभु यीशु के आगमन की खुशी को चेहरे पर लेकर लोग चर्च में जा रहे थे। सर्द मौसम में शाम होते-होते शास्त्रीय चौक स्थित क्राइस्ट चर्च, सेंट जोसफ चर्च सिविल लाइन, सेंट जोसफ चर्च बशारतपुर, प्रेयरहाल राप्ती नगर सेंट मार्क चर्च के साथ ही शहर के अन्य चर्चों में भी हजारों मसीही विश्वासियों की भीड़ आ चुकी थी जो बस 'मैरी क्रिसमस कहना चाहते थे। रात 11 बजे सभी चर्च में घंटे बजने लगे और विशेष प्रार्थना शुरू हो गई और एक घंटे के बाद वो पल आ गया जिसका हर किसी को इंतजार था। घड़ी की सुइयों ने जैसे ही 12 बजने के संकेत दिये तो हर कोई बोल उठा 'मैरी क्रिसमस। केक काटा, आतिशबाजी की गई और एक दूसरे को प्रभु यीशु के जन्म की बधाइयां देने का सिलसिला शुरू हो गया। देर रात गिरजाघरों में मिस्सा बलिदान पूजा व विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की गई। बड़ी संख्या में लोगों ने उपस्थित होकर प्रभु यीशु के प्रति अपनी आस्था व श्रद्धा अर्पित की और उनके मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। धर्म अध्यक्षों ने 'आशीष लौट आए और सभी के सुखी जीवन की मंगल कामना की आस्था का आलम यह था कि ठंड के बावजूद श्रद्धालु देर रात घरों से निकलकर गिरजाघर पहुंचे और प्रभु जन्म उत्सव में भाग लिया। गिरजाघरों में पूरी रात जश्न का माहौल रहा।


....मेरा प्रभु जन्मा प्यारा प्रभु जन्मा


डायसिस ऑफ लखनऊ सीएनआई के गिरजाघरों में रात 11 बजे विशेष प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया। सेंट जॉन्स चर्च बशारतपुर में आयोजित प्रार्थना सभा में सैकड़ों मसीही अन्य भाइयों ने उपस्थित होकर प्रभु यीशु की उपासना की। प्रभु यीशु की महिमा के गीत गाए। आराधना का आरंभ पवित्र शास्त्र बाइबल के एक अंश के पाठ से हुआ। इसके बाद श्रद्धालुओं ने सस्वर 'मेरा प्रभु जन्मा प्यारा प्रभु जन्मा गीत गाया। युवाओं ने अनेक एकल व समूह गायन प्रस्तुत किए। देश और विश्व के लिए विशेष प्रार्थना की गई। सेंट जॉन्स चर्च बशारतपुर के पुरोहित रोशन लाल ने कहा यह खुशी समय है कि प्रभु यीशु दुनिया में उद्धारकर्ता बनकर आए। प्रभु ने दूसरे के पापों की कीमत स्वयं अदा की। इस दौरान क्राइस्ट चर्च शास्त्री चौक के पुरोहित रेव्ह डीआर लाल ने विशेष प्रार्थना कराई। इसी प्रकार सेंट थॉमस चर्च धर्मपुर, प्रेयर हॉल राप्ती नगर, सेंट मार्क चर्च पादरी बाजार, सेंट एंड्रयूज चर्च, फुल गॉसपल चर्च मोती पोखरा, पीस टरबिनीकल चर्च मयूर विहार आदि चर्चाओं में विशेष प्रार्थना सभाओं का आयोजन हुआ।


चरणी में जन्मे प्रभु तो विश्वासी लगे झूमने


सेंट जोसेफ चर्च में रात 11 बजे कैरल शुरू होने के साथ विशेष प्रार्थना आयोजित की गई। सभी ने सस्वर में विश्व मंगल की कामना की। बाइबिल का पाठ किया गया। पूजा के बाद गौशाला की झांकी के सामने मोमबत्ती जलाई गई। खुशी का पैगाम सबको देते हुए चरणी में जन्मे प्रभु उसी के समक्ष सब लोग नाचे और झूमे। इस दौरान फादर पोली, संचालक फादर ग्रेगरी, फादर बेनी, फादर जोश, फादर रोजर, समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे। कैथोलिक डायसिस धर्म प्रांत गोरखपुर के बिशप थामस थूरुथी मटटम तथा रेव्ह अजीत लारेस ने समाज को क्रिसमस पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रभु का जो संदेश है। उस पर हम सभी अमल करें यही क्रिसमस सेलिब्रेशन का सही रूप होगा । इसके साथ ही देश और प्रदेश में अमन और शांति की प्रार्थना की


युवाओं में दिखा खास जोश


क्रिसमस की खुशी तो हर किसी के चेहरे पर थी लेकिन युवाओं में क्रिसमस का क्रेज सबसे ज्यादा दिखा। चर्च में मसीही समाज के युवाओं के साथ ही अन्य धर्मों के युवा भी शामिल हुये और प्रभु यीशु का जन्म दिन अपने-अपने अंदाज में मनाया। युवाओं ने एक दूसरे केसाथ खूब सेल्फी क्लिक की और एक दूसरे को केक खिलाकर एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी।